बहुजन समाज पार्टी को आर्थिक सहयोग भारत हितैषी

हमारा प्यारा देश भारत सदियों परतंत्र रहा उसके पीछे एक ही कारण कुछ मुट्ठी भर लोग वयपार करने के बहाने धीरे धीरे कब भारतीयों को ग़ुलाम बना गये मूलभारतीयों को आभास तक ना हुआ ।आज़ादी हासिल करना  जितना मुश्किल है उतना ही मुश्किल लोकतंत्र को अर्थात आज़ादी को बनाए रखना है एक तथ्य के साथ इसको समझने का प्रयास करते हैं ! 

अमेरीका भी लोकतांत्रिक और संसार में एक शक्तिशाली राष्ट्र है। वर्तमान में अमेरिका में डोनलड टर्म एक बड़ा पेशेवर वयपारी राष्ट्रपति के पद पर है। वंहा का एलेक्ट्रोनिक मीडिया पक्षपाती है मीडिया दो राजनीतिक पार्टियों में बँटा हुआ है कुछ एलेक्ट्रोनिक मीडिया डेमोक्रेटिक पार्टी के साथ है और कुछ मीडिया रेपब्लिकन पार्टी के साथ है इसलिए अमेरिकन को अपने राष्ट्र हित को समझने में आसानी होती है । 

बसपा अमीरों से नहीं ग़रीबों से लेती है आर्थिक सहयोग :

The Newyork Times and Washington post दो मुख्य समाचार पत्र हैं जिनका 80 प्रतिशत तक धन आम जनता के subscription (अंशदान) से आता है और ये अख़बार सही सूचना तथ्य के साथ जो अमेरिकन के हितकारी है अपने समाचार पत्र के माध्यम से लोगों तक भेजते हैं ।अख़बार ना तो डेमोक्रेटिक पार्टी के और ना ही रेपब्लिकन पार्टी के पक्ष में  हैं ।जनता  से सीधे इनको अपने अख़बार चलाने के लिए धन मिलता है ।लोकतंत्र सच से बचेगा सही सूचना से बचेगा जो ये मुख्य समाचार पत्र अमेरिका के लोगों को सही सूचना दे रहे हैं ।डोनलड टर्म की हर रोज़ की झूठ का भी record रख रहें जनता को बताते हैं की प्रेसिडेंट ने आज तक कितने जुठ बोले हैं ये इसलिए संभव हुआ की उपरोक्त अख़बार सरकार चाहे किसी भी पार्टी की क्यों ना हो इनको अख़बार संचालन में जो धन की आवश्यकता पड़ती है उसका ज़्यादातर हिस्सा आम अमेरिकन द्वारा अंशदान के रूप में मिलता है ! अमेरीका के लोकतंत्र को एक वयपारी प्रेसिडेंट भी इसलिए विचलित नही कर पाया क्योंकि लोगों तक अख़बार के माध्यम से सही सूचना मिलती रहती है ।नागरिक अमेरिका को अपना राष्ट्र और अमेरिका को मज़बूत करने के प्रयास निरंतर जारी रखते हैं । इसलिए आज अमेरिका पूरे विश्व में शक्तिशाली है और दुनिया का चौधरी भी कहलाता है । 

भारत का मीडिया पूंजीवादी एवं मनुवादी है 

मीडिया का राष्ट्र निर्माण में अहम योगदान होता है सरकार की आलोचना व अधूरे काम को आम जनता तक लेकर जाना,गरीब वंचित निशहाय की आवाज़ बनना, भ्रष्टाचार के ख़िलाफ़ लोगों को सूचना देना ,लोकतंत्र को सँवारने का काम ,जनता के हित में अडिग खड़े रहना ही सच्चा राष्ट्र प्रेम व विकसित वैज्ञानिक समाज बनाना,वर्तमान में चल रही कुरीतियाँ को जड़ से ख़त्म करना, पाखंड , अंधविश्वास , अंध धार्मिक श्रद्धा के नाम पर लोगों के सचेत करना, समाज  में भेदभाव को ख़त्म करके एक विकसित राष्ट्र का निर्माण करने में मीडिया लोकतन्त्र का मज़बूत स्तम्भ है । जो काम अमेरीका में बखूबी हो रहा है । 

चुनावी लोकतंत्र से ज्यादा सामाजिक लोकतंत्र 

भारत के परिपेक्ष में उपरोक्त विषय को गहराई से मंथन के बाद अहसास होगा की भारत में हर रोज़ लोकतंत्र की हत्या हो रही है । बीजेपी कोंग्रेस ने भारतीय संविधान को नज़रंदाज़ करके सिर्फ़ चुनावी जीत को ही लोकतंत्र के रूप में जनता के सामने प्रस्तुत किया है । चुनाव लोकतंत्र का अहम हिस्सा है ।संविधान में भारत को मज़बूत करने के सूत्र लिखित रूप में हैं उनको अनदेखा करके मिलीभगत से नागरिकों का आर्थिक , सामाजिक राजनीतिक शोषण जारी है । इसका परिणाम है आज भारत भुखमरी कुपोषण world index में 122वे पायदान पर है ! शिक्षा से राष्ट्र निर्माण तीव्र गती से होता है  ऐसा राष्ट्र निर्मताओं ने माना था की शिक्षा सस्ती और गुणवत्ता से पूर्ण हो और उसको भारतीय संविधान  के माध्यम से सबको वैज्ञानिक शिक्षा देने का आदेश सरकारों को दिया गया । भारत education index में दुनियाँ मे 135 वे पायदान है बहुत से छोटे छोटे देश विशाल भारत से बहुत आगे हैं । आज भारत के युवा विदेशों में जाकर और ऋण लेकर पढ़ रहें हैं ये भारत को साज़िश के तहत कमजोर करने का षड्यंत्र नही तो क्या है ? 

पंथनिरपेक्ष राष्ट्र उन्नती की पहचान 

इसके विपरीत भारत धर्म के वयपार में विश्व में पहले पायदान पर है बहुत मंदिरों के पास भारत की अर्थवयस्था का सैंकड़ों सालों का धन लोगों को भय भाग्य भगवान का डर दिखा कर अर्जित किया हुआ है सरकार इसको राष्ट्रीय सम्पत्ति इसलिए घोषित नही करती की धार्मिक ठेकेदारों का और राजनीतिक दलों का गठजोड़ जारी है ! दोनो मिलजुल कर भारत की जनता का शोषण कर रहें हैं । ये सब सिर्फ़ किसान मज़दूर को शिक्षा से दुर रखकर ही संभव हो पाया है । 

14 अप्रिल 1984  को बहुजन समाज पार्टी का गठन भारत को संविधान के माध्यम से विश्व के अग्रणी देशों की श्रेणी में खड़ा करने के लिए किया गया ।संविधान परमपूजनीय बाबा साहेब Dr बी॰आर॰अम्बेडकर जी ने लिखा और भारत के नागरिकों का सर्वांगीण विकास करने के लिए संविधान के माध्यम से आदेश दिया । मगर मुख्य राजनीतिक दल बीजेपी और कोंग्रेस पूँजीपतियों के साथ मिलकर पूँजीपतियों से चंदा लेकर अपने दलों को संचालित करने लगी आम जनता के सामने लोभ लालच भरे वादे करके शराब और धन का दुरुपयोग करके नूरा  कुश्ती के माध्यम से सत्ता हथियाने लग गए । चुनाव जितने के बाद आम जनता जिसने वोट देकर सरकार बनाई दूरी रखते हुए पूँजीपतियों से नज़दीकी बनाकर भारत के लोगों का राजनेताओं और पूँजीपति लोगों ने मिलकर खूब शोषण किया और देखते ही देखते जनता के आज़ादी के सपने चकना चुर हो गए । इसके पीछे का सच कोंग्रेस व बीजेपी पूँजीपतियों से धन लेकर चुनाव में लगाती हैं और चुनाव उपरांत पूँजीपतियों के पक्ष में और आम मज़दूर किसान के अहित में नीतियाँ बनाकर जनता और मतदाता का शोषण करने के अघोषित चुनावी मनीफ़ेस्टो पर  काम किया जाता है ।पूर्व व वर्तमान की आर्थिक नीतियाँ साबित कर रही है कि गरीब और अमीर की आर्थिक खाई घटने की बजाय निरंतर बढ़ती जा रही है । बहुजन समाज पार्टी मज़दूर किसान गरीब दलित पिछड़ें के धन से संचालित होता है गरीब लोग थोड़ा थोड़ा धन बचत करके बीएसपी को देते हैं इसके बहुत से उदाहरण हैं । कोई भी वयपारी बसपा को धन इसलिए नही देता उसको ये मालूम है की बसपा के शासन में किसान मज़दूर गरीब दलित वंचित के हित को ध्यान में रखकर नीतियाँ निर्धारित की जाती रही हैं । प्रशासन को चुस्त करके क़ानून का राज स्थापित किया जाता है ।जिसका परिणाम यह होता है आम जनता व मतदाता को कोई परेशानी ना हो इसका पुरा पुरा ख्याल रखा जाता है ! बसपा क़ानून का राज स्थापित करके सबके हितों को सर्वोपरी रखती हैं । 

उतरप्रदेश  बसपा की प्रयोगशाला के रूप में जनता के सामने है क़ानून व्यवस्था ,शिक्षा और चिकित्सा के लिये बहुत अस्पताल स्कूल कालेज विश्वविध्यालय का निर्माण किया गया । अंतर्राष्ट्रीय स्तर की सड़क,HIGHWAYS, बुद्धा circuit, मेट्रो  इत्यादि लोगों को समर्पित किया । 

आप सबसे अनुरोध है की राष्ट्र हित में बहुजन समाज पार्टी की सदस्यता ग्रहण करें और प्रचार प्रसार के लिए अपना अंशदान देकर नव भारत निर्माण में सहयोग करें । 



टिप्पणियाँ

  1. भीमपुत्र जगबीर फुलिया जी। आपकी समझ, मेहनत व लग्न को सलाम। जय भीम

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  2. सलाम करता हूँ जी उस महान पुरुष को जी

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